मकर राशि के जातकों के लिए ग्रहों की दशा और रत्न धारण

   


मकर राशि के जातकों के लिए ग्रहों की दशा और रत्न धारण करने की सलाह



मकर राशि के जातकों के लिए ज्योतिषीय दृष्टिकोण से रत्न धारण करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। सही रत्न पहनने से ग्रहों के प्रभाव को संतुलित किया जा सकता है, जिससे व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और सफलता बढ़ सकती है। लेकिन रत्न धारण करने से पहले यह जानना आवश्यक होता है कि किस ग्रह की दशा चल रही है और उस ग्रह से संबंधित कौन सा रत्न पहनना उचित रहेगा। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि मकर राशि के जातकों को विभिन्न ग्रहों की दशा में कौन-सा रत्न पहनना चाहिए और उसके प्रभाव क्या होंगे।

मकर राशि का स्वामी ग्रह और उसकी विशेषताएँ

मकर राशि का स्वामी ग्रह शनि है, जो अनुशासन, धैर्य, कर्म और संघर्ष का प्रतीक माना जाता है। इस राशि के जातक स्वभाव से मेहनती, व्यावहारिक और धैर्यवान होते हैं। शनि की स्थिति इनके जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है, इसलिए शनि से जुड़े रत्न इन जातकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं।

ग्रहों की दशा और उपयुक्त रत्न

1. शनि महादशा या अंतर्दशा – नीलम (Blue Sapphire)

क्यों पहनें?

यदि मकर राशि के जातकों की कुंडली में शनि की महादशा या अंतर्दशा चल रही हो और शनि शुभ स्थिति में हो, तो नीलम (ब्लू सैफायर) धारण करना अत्यंत लाभकारी हो सकता है। यह रत्न शनि ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और जीवन में स्थिरता, सफलता और उन्नति प्रदान करता है।

प्रभाव:

करियर में सफलता और प्रमोशन

मानसिक शांति और दृढ़ संकल्प

स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में सुधार

नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा

कैसे पहनें?

शनिवार को, मध्यमा उंगली में सोने या चांदी की अंगूठी में धारण करें।

इसे पहनने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें क्योंकि यह रत्न अत्यधिक प्रभावशाली होता है।

2. मंगल महादशा या अंतर्दशा – मूंगा (Red Coral)

क्यों पहनें?

यदि मकर राशि के जातकों की कुंडली में मंगल कमजोर हो और उसकी महादशा या अंतर्दशा चल रही हो, तो मूंगा (रेड कोरल) पहनना लाभकारी रहेगा। मंगल साहस, ऊर्जा और आत्मविश्वास का कारक होता है।

प्रभाव:

आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि

निर्णय लेने की क्षमता में सुधार

रक्त से जुड़ी बीमारियों में राहत

विवाह और संतान सुख में सुधार

कैसे पहनें?

मंगलवार को, अनामिका उंगली में तांबे या सोने की अंगूठी में धारण करें।

3. बुध महादशा या अंतर्दशा – पन्ना (Emerald)

क्यों पहनें?

यदि मकर राशि के जातकों की कुंडली में बुध कमजोर हो और उसकी महादशा या अंतर्दशा चल रही हो, तो पन्ना (एमराल्ड) धारण करना शुभ होगा। बुध ग्रह बुद्धि, वाणी और व्यापार से संबंधित होता है।


प्रभाव:

बुद्धिमत्ता और संचार कौशल में सुधार

व्यापार और आर्थिक स्थिति में उन्नति

त्वचा और तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याओं में राहत

शिक्षा और लेखन कार्यों में सफलता

कैसे पहनें?

बुधवार को, छोटी उंगली में सोने या चांदी की अंगूठी में धारण करें।

4. गुरु महादशा या अंतर्दशा – पुखराज (Yellow Sapphire)

क्यों पहनें?

यदि मकर राशि के जातकों की कुंडली में गुरु कमजोर हो और उसकी महादशा या अंतर्दशा चल रही हो, तो पुखराज (येलो सफायर) पहनना शुभ रहेगा। गुरु ज्ञान, धन, शिक्षा और आध्यात्मिकता का कारक होता है।

प्रभाव:

ज्ञान और शिक्षा में वृद्धि

विवाह में सफलता और संतान सुख

मानसिक शांति और सकारात्मकता

धन और भाग्य में वृद्धि

कैसे पहनें?

गुरुवार को, तर्जनी उंगली में सोने की अंगूठी में धारण करें।

5. सूर्य महादशा या अंतर्दशा – माणिक्य (Ruby)

क्यों पहनें?

यदि मकर राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य कमजोर हो और उसकी महादशा या अंतर्दशा चल रही हो, तो माणिक्य (रूबी) पहनना लाभकारी होगा। सूर्य आत्मसम्मान, नेतृत्व और प्रसिद्धि का कारक होता है।

प्रभाव:

आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि

करियर और सरकारी नौकरी में सफलता

आंखों और हृदय संबंधी रोगों में राहत

समाज में मान-सम्मान में वृद्धि

कैसे पहनें?

रविवार को, अनामिका उंगली में सोने की अंगूठी में धारण करें।

6. चंद्र महादशा या अंतर्दशा – मोती (Pearl)

क्यों पहनें?


यदि मकर राशि के जातकों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो और उसकी महादशा या अंतर्दशा चल रही हो, तो मोती (पर्ल) धारण करना शुभ रहेगा। चंद्रमा मन और भावनाओं का कारक होता है।

प्रभाव:

मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता

माता से संबंधों में सुधार

नींद और जल तत्व से जुड़ी समस्याओं में राहत

मानसिक तनाव और चिंता से मुक्ति

कैसे पहनें?

सोमवार को, छोटी उंगली में चांदी की अंगूठी में धारण करें।

7. राहु और केतु की दशा – गोमेद (Hessonite) और लहसुनिया (Cat’s Eye)

राहु की दशा में गोमेद (Hessonite)

नकारात्मक ऊर्जा और भ्रम से मुक्ति

अचानक होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव

करियर और व्यापार में स्थिरता

शनिवार को मध्यमा उंगली में धारण करें।

केतु की दशा में लहसुनिया (Cat’s Eye)

आध्यात्मिक उन्नति और एकाग्रता में सुधार

गुप्त शत्रुओं और बाधाओं से बचाव

मानसिक स्थिरता में वृद्धि

गुरुवार को अनामिका उंगली में धारण करें।


निष्कर्ष



मकर राशि के जातकों को रत्न धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श लेना आवश्यक होता है, क्योंकि गलत रत्न धारण करने से जीवन में नकारात्मक प्रभाव भी आ सकते हैं। सही रत्न सही तरीके से पहनने से न केवल जीवन की परेशानियां दूर होती हैं, बल्कि सुख-समृद्धि और सफलता भी प्राप्त होती है।

अगर आप भी किसी ग्रह की महादशा या अंतर्दशा का सामना कर रहे हैं, तो उपयुक्त रत्न धारण करके अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।


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